कुलपति महोदय का संदेश
ज्ञान का सृजन और प्रसारण विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य होता है । जबकि निरंतर बदलती समस्याओं के नवीन समाधान खोजने के लिए ज्ञान का सृजन आवश्यक है, ज्ञान का प्रसार इसे बड़े पैमाने पर समाज के लिए लाभकारी बनाता है । इसलिए, विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के भू-क्षेत्र में उच्च शिक्षा के समाधान-प्रदाता और ज्ञान-प्रसार केंद्र के रूप में विकसित होना है, और इस तरह सभी हितधारकों के साथ गहरा और सार्थक सामुदायिक जुड़ाव और उत्पादक संलग्नता प्राप्त करना है ।
      राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के बाद से अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सतत विकास के घोषित लक्ष्यों की दिशा में प्रगतिशील कदम उठाए हैं । कुलपति के रूप में, मैं अपने मार्गदर्शक सिद्धांतों के कुछ विशिष्ट मापदंडों अनुसार विकास की रूपरेखा की कल्पना करता हूँ, जिसमें देश के साथ ही विदेशों में स्थित अनुसंधान केंद्रों के साथ सार्थक और बरीकी से अंशांकित (कैलिब्रेटेड) अनुसंधान सहयोग, समाधान-उन्मुख अनुसंधान को बढ़ावा देना, समाज की जरूरतों के लिए ज्ञान का विकास, युवाओं को आत्मनिर्भरता और रोजगार के लिए शिक्षित करना, न्यायसंगत विकास और अंततः हमारे सामूहिक कल्याण के लिए न केवल उद्योग बल्कि स्थानीय जमीनी स्तर पर समुदाय के साथ तालमेल बनाना शामिल है ।
         मैं अपनी सांस्कृतिक-पारिस्थितिक विरासत को संरक्षित करते हुए हमारे मूल्य-समृद्ध, ज्ञान-समृद्ध और प्रौद्योगिकी-समृद्ध राष्ट्र के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता हूँ । इस संकल्प के साथ, हम एक अधिक न्यायसंगत, संधारणीय और शांति से समृद्ध वैश्विक व्यवस्था हेतु मिलकर काम करना चाहते हैं ।
         जय हिंद !!!

प्रो. आनंद भालेराव  
कुलपति